एक महीने में दूसरी घटना : मुख्य आरक्षी चालक ने खुद को मारी गोली, स्तिथि नाज़ुक

जाँच में जुटी पुलिस, आरक्षी बीएचयू ट्रामा सेंटर में भर्ती

Varanasi ( Live Lokvani )

लालपुर-पांडेयपुर थाने पर तैनात मुख्य आरक्षी चालक ने खुद को सर्विस असलहे से गोली मार ली, गंभीर हालत में उसे बीएचयू ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। पुलिस की माने तो उक्त चालक की स्तिथि नाज़ुक बनी है। अभी एक महीने भी नही हुआ की वाराणसी में ये दूसरी घटना है। इसके पहले चितईपुर थाने पर तैनात दारोग़ा ने सारनाथ में अपने आवास पर सर्विस रिवाल्वर से चली गोली में मौत हो गई थी। अब लालपुर पांडेयपुर थाने पर तैनात मुख्य आरक्षी चालक जसवंत सिंह ने खुद को गोली मार ली।

घटना के बाद महकमे में खलबली मची है। पुलिस के आलाधिकारी मामले की तफ़तीश में जुट गए है। वही बीएचयू ट्रामा सेंटर में भी पुलिस के अधिकारी पहुँच चालक की मौजूदा स्तिथि की जानकारी ली। चालक को आइसीयू में रखा गया है। जसवंत ने अपने बेटे को वाट्सऐप पर एक सुसाइड नोट भी भेजा है। सुसाइड नोट के अनुसार एक बेटे की बीमारी और छुट्‌टी न मिलने की वजह बताई जा रही है।

जानकारी के अनुसार आजमगढ़ के मेहनगर थाना के पवनी खुर्द गांव के मूल निवासी जसवंत सिंह (50) 15 अप्रैल को छुट्‌टी लेकर अपने घर गए थे। वह घर से एक दिन पहले ही आए थे। वाराणसी पुलिस लाइन स्थित सरकारी आवास में जसवंत रहते थे। नाइट ड्यूटी के बाद वह पहड़िया मंडी में स्थित धर्मकांटा के समीप पहुंचे।

नाइट अफसर सूर्यवंश यादव के द्वारा चाय पीने की बात कही गई तो उन्होंने इंकार कर दिया और सरकारी जीप में ही बैठे रहे। जीप से पुलिसकर्मियों के उतरने के बाद वह ड्राइविंग सीट पर बैठकर अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से अपने सिर में गोली मार लिए। इसके पहले भी चितईपुर थाने में तैनात रहे दरोगा मनीष सिंह सारनाथ क्षेत्र की शक्तिपीठ कॉलोनी में खुद की पिस्टल से निकली गोली का शिकार हो गए थे और इलाज के क़रीब एक सप्ताह बाद उनकी मौत हो गई।