Varanasi (Livelokvani)
नीति आयोग द्वारा चयनित मॉडल ब्लॉक सेवापुरी के किसानों के कदम इन दिनों प्राकृतिक खेती की तरफ बढ़ते नजर आ रहे। जो आने वाले समय में प्राकृतिक खेती को लेकर प्रत्यक्ष परिणाम देखने को मिल सकता है।
जानकारी के मुताबिक, लोकभारती व कृषि विभाग आईसीआईसीआई फाउंडेशन के संयुक्त पहल से विकासखंड के मड़ैया गांव निवासी प्रगतिशील महिला किसान सुमन पटेल को प्रशिक्षित कर प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए विकासखंड के विभिन्न गावों में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं एवं उक्त प्रशिक्षका के माध्यम से ग्रामीण किसानों को जीवामृत दशप्राणी अर्क के बारे में विस्तृत जानकारी दी जा रही हैं।
वही प्रशिक्षिका ने बताया कि दशप्राणी अर्क दस प्रकार के वनस्पतियो के पत्तो को मिलाकर बनाया जाता है। जिसमे धतूरा मदार मिर्चा आदि प्रमुख होते है। जिसका उपयोग कीड़ो को मारने में किया जाता है। यह अर्क 40 दिनों में बनकर तैयार हो जाता है, वही 6 माह तक स्टोर किया जा सकता है।
वही जीवामृत गुड बेसन गोबर गोमूत्र का उपयोग कर बनाया जाता है जो किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए उपयुक्त होगा अब तक विकासखंड के मटुका खरगूपुर पूरे बरियार मड़ैया बरकी सहित विभिन्न गावों के किसानों को प्रति किया जा चुका है।