कहा जाता है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है…. बात सऊदी अरब के कानून की हो तो रोंगटें खड़े हो जाते हैं। मानवाधिकार की बात करने वाले संवेदनशून्य हो जाते हैं क्योंकि सऊदी अरब का कानून मुजिरमों को उनके किये की सजा अवश्य व कठोर देता है। ऐसा ही 12 मार्च 2022 को एक साथ 81 लोगों को फांसी पर लटका दिया गया। सऊदी अरब के इतिहास में सामुहिक रूप से पहली बार इतने ज्यादा लोगों को एक साथ सूली पर चढ़ाया गया।
ऐशों आराम की जिन्दगी, भव्यता और तेल के कुओं के लिए सऊदी अरब अक्सर सुर्खियों में बना रहता है। वहीं यहां पर गैरकानूनी कामों में लिप्त लोगों को सरेआम सजा देने का प्रावधान है। जिसके चलते यह अपने सख्त कानून के लिए भी चर्चा का विषय बना रहता है।
क्या थी इसके पीछे की वजह…?
इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब 81 दोषियों को एक साथ फांसी दे दी गई हो। सऊदी में इस तरह की वारदात पहले भी सामने आ चुकी है जब सन् 1980 में सऊदी के मक्का में ग्रैंड मस्जिद की जब्ती के 63 दोषियों को सामूहिक तौर पर मौत की सजा के तौर पर सभी अपराधियों के सर कलम कर दिए गए थें। उस घटना के बाद शनिवार यानि की 12 मार्च को पहली बार इतनी बड़ी संख्या में दोषियों को एक साथ फांसी दी गई है। जिन अपाराधियों को सजा दी गयी है वो कई यमन के हूती विद्रोही संगठनों, अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट समूह के सदस्य या समर्थन में शामिल थे।
अपराधी जघन्य अपराध में पाए गए थे दोषी…
मिली जानकारी के अनुसार इस सभी अपराधियों को जघन्य अपराध के लिए दोषी पाया गया था और उनपर निर्दाेष बच्चों, महिलाओं, पुरूषों व अधिकारियों की हत्या का भी आरोप था। इन सभी को अपना पक्ष रखने के लिए वकील की भी सुविधा दी गई थी। इसके अलावा, न्यायिक प्रक्रिया के समय देश के कानूनों के तहत उन्हें सभी तरह के अधिकारों की गारंटी भी दी गई थी। हालांकि, सऊदी प्रशासन ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि इन्हें फांसी कहां दी गई है।
सऊदी अरब के आधिकारिक प्रेस एजेंसी ने दी जानकारी…
सऊदी अरब की आधिकारिक प्रेस एजेंसी ने इस संबंध में जानकारी दी है कि इन सभी को कई जघन्य अपराध करने का दोषी पाया गया, इनमें इस्लामिक स्टेट समूह, या अल-कायदा, यमन के हूती विद्रोही बलों या अन्य आतंकवादी संगठनों से जुड़े अपराधी शामिल थे। उन्होंने बताया कि मारे गए सभी लोगों पर सऊदी अदालतों में मुकदमा चलाया गया था, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति के लिए तीन अलग-अलग चरणों में 13 न्यायाधीशों द्वारा सुनवाई की गई।
बता दें कि ये सऊदी अरब में एक दिन में सबसे अधिक लोगों की दी गई फांसी है। इससे पहले 2021 में कुल 69 लोगों को फांसी दी गई थी।