Varanasi (Live Lokvani)
ज्येष्ठ शुक्ल के दशमी तिथि गंगा दशहरा पर गुरुवार को काशी के साधू-संतों ने भी गंगा में पुण्य की डुबकी लगाई और गंगा तट पर पूज पाठ किया। साधु संतों ने पूजन अर्चन के साथ साथ आदि विशेश्वर की मुक्ति की कामना की। मां गंगा के पूजन अर्चन में महंत बालकदास, स्वामी जितेंद्रानंद व डंडी स्वामी भी मौजूद रहे। गंगा महासभा एवं अखिल भारतीय सन्त समिति के महामंत्री स्वामी जीतेन्द्रानन्द सरस्वती के सानिध्य में अस्सी घाट पर माँ गंगा का षोडशोपचार पूजन किया गया।
इस अवसर पातालपुरी के महन्त बालक दास, दण्डी संन्यासी प्रबन्धन समिति के अध्यक्ष स्वामी विमलदेव आश्रम, कर्णघण्टा के महन्त ईश्वर दास, महन्त अवधेश दास सहित दर्जनों दण्डी संन्यासी एवं बैरागी संत तथा समाज विज्ञान संकाय, बीएचयू के प्रो अरविन्द जोशी, श्रीकाशी विद्वत्परिषद के संगठन मंत्री पं. गोविन्द शर्मा, डॉ सन्तोष ओझा, विपिन सेठ, आशुतोष ओझा समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
स्वामी जितेंद्रानंद ने कहा कि मां गंगा आज के दिन सबको दस प्रकार के पापों से मुक्ति देती हैं। धर्मशास्त्रों के अनुसार, गंगा दशहरा के दिन गंगाजल के सेवन या गंगा स्नान करने से अनजाने में हुए पाप और कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। बोले, मां गंगा ही आदि विशेश्वर की मुक्ति कराएंगी। इस अवसर पर उन्होंने श्रद्धालुओं और स्नानार्थियों से माँ गंगा को स्वच्छ बनाए रखने का निवेदन किया।