Varanasi (Live Lokvani)
वाराणसी समेत आसपास के जिलों में पिछले सप्ताह तक नम हवाएं, बूंदाबांदी के बाद अब तीखी धूप के साथ ही गर्म हवाएं चलने लगी है। दिन में चिलचिलाती धूप तो रात में उमस भरी गर्मी झेलने को लोग विवश हैं। मौसम में अचानक आने वाले इस बदलाव से लोग परेशान हैं। मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि फिलहाल दो-तीन दिन राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। रविवार की सुबह से सूरज के तेवर तल्ख दिखे। शनिवार को तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। पारा अधिकतम बिंदु से भी 3 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा।
वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वाराणसी में गर्मी काफी खतरनाक रूप ले रहा। दोपहर में सूरज की तल्ख किरणों से पूरा शहर हीट आईलैंड की तरह से प्रतीत हो रहा। बिल्डिगें और सड़कें आग उगल रहीं। गंगा के घाटों और रेत के पास भी गर्मी काफी बढ़ गई। शाम और सुबह की उमस ने हालत और बिगाड़ दिय। इधर-बीच मौसम में राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं नजर आ रही। गर्मी बढ़ने से हवा की क्वालिटी भी खराब हो रही। प्रदूषण मानकों के अनुसार, शहर के एक्यूआई में शनिवार को 39 अंको की बढ़ोतरी देखी गई।
शनिवार को सुबह धूप खिली हुई थी। शुक्रवार रात से हवा बिल्कुल शांत रही। वहीं सुबह का तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक गया। मौसम विज्ञान विभाग के अनुमान के अनुसार अगले दो दिन तक वाराणसी में बादल छा सकते हैं। हालांकि विभाग ने गर्मी में कमी होने का कोई अंदेशा नहीं जताया। वाराणसी ही हवा में नमी 60% तक दर्ज की गई। इस वजह से उमस भी चरम पर है। इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट के अनुसार 4 और 5 जून को अंशत: बादल छाए रहेंगे। मगर, यह बादल बारिश में कनवर्ट नहीं होंगे।
कटौती मुक्त बिजली देने के दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। 24 घंटे आपूर्ति का दावा करने वाले विभाग की ओर से शहरी क्षेत्र में औसतन 18 से 20 घंटे और ग्रामीण क्षेत्र में 15 से 18 घंटे ही आपूर्ति की जा रही। लोकल फाल्ट और उपकरण सेविंग के नाम पर शहर में दो से तीन घंटे की कटौती की जा रही। इससे जनता की परेशानी बढ़ गई।बिजली कटौती से उमस भरी गर्मी में इंवर्टर भी जवाब दे रहे हैं। विभाग को अंडर ग्राउंड केबल फाल्ट ढूंढने में चार से पांच घंटे लग जा रहे हैं। हाल ही में फुलवरिया फोरलेन निर्माण कार्य के दौरान बिजली विभाग को फाल्ट ढूंढने में आठ घंटे लग गए थे। इससे पहले सारनाथ क्षेत्र के अंडरग्राउंड केबल में खराबी आने से लोगों को 10 घंटे से अधिक समय अंधेरे में गुजारना पड़ा था।