Varanasi (Live Lokvani)
पूर्वांचल में मौसम का रुख मंगलवार की दोपहर बाद अनुमानों के अनुसार बदला तो झमाझम झूमकर बादलों ने बरसात की। बादलों की आवाजाही के बीच झूमकर बरसे बादलों ने लोगों को खूब राहत दी तो दूसरी ओर उमस से भी बारिश के दौरान लोगों को राहत मिली। वाराणसी में 53 एमएम की बारिश दर्ज हुई।
वहीं, बादल की घोर गर्जना और कड़कती बिजली ने लोगों को खूब डराया। मौसम विभाग ने पूर्व में ही तीन दिनों तक झमाझम बरसात के संकेत दिए थे। उसी अनुरूप ही झमाझम बरसात बादलों ने दोपहर तीन बजे के बाद कराना शुरू किया तो लोगों ने राहत की सांस ली। सप्ताह भर के बाद हुई बरसात ने मानसूनी सक्रियता के भी संकेत दिए हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में मानसूनी सक्रियता के बीच बादल झूमकर बरसेंगे।
मौसम सुहावना हो गया और शहर का मिजाज बदल गया।सुबह से ही चिलचिलाती धूप और उमस थी, लेकिन दोपहर बाद अचानक शाम होते-होते बादलों ने डेरा डाल दिया और मौसम ने कुछ यूं करवट ली कि तेज बारिश होने लगी। जिसके बाद गली-मोहल्लों सड़कों व अपने बालकनी से बाहर आकर लोग मौसम का आनंद लेते दिखाई देने लगे।बारिश से तापमान में अचानक गिरावट आ गई।
पसीने से तर, उसम से बेबस लोगों ने इस झमाझम बारिश से काफी सुकून की सांस ली। पूरा शहर और ग्रामीण इलाका मिट्टी की सोंधी खुश्बू से मानो महक उठा। चारों तरफ शाम होने से पहले ही काले घने बादलों से अंधेरा छा गया, कड़ती बिजली और जोरदार बारिश से जहां एक ओर लोगों को राहत मिली, वहीं दूसरी ओर धरती की तपिश कम हुई और किसानों की फसलों के लिए ये बारिश काफी फायेदमंद साबित होगी।
लेट से आया मानसून
मानसून इस बार तय समय से करीब सप्ताह भर से अधिक समय से लेट चल रहा है। ऐसे में मंगलवार की दोपहर बाद शुरू हुई बरसात लोगों को राहत भी दे गई। मौसम विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार बादलों की यह सक्रियता मध्य उत्तर प्रदेश तक बनी हुई है। इसकी वजह से बादलों की आवाजाही के बीच बारिश होना तय था। दरअसल वातावरण में लोकल हीटिंग और नमी के मेल की वजह से बादल सघन होते गए और देखते ही देखते झमाझम बरसात भी शुरू हो गई। दोपहर बाद से शुरू हुई बरसात आने वाले दिनों में राहत भी देगी। तापमान भी 32 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।
सड़के गलियां जलमग्न
मंगलवार को तेज हुई बारिश के बाद शहर के अधिकांश हिस्से में घुटने तक पानी लग गया। झमाझम बारिश से सड़कें और गलियां लबालब हो गईं। मुख्य मार्गों समेत कालोनियों, गलियों और मुहल्लों में घुटने तक पानी भर गया। शाम करीब साढ़े चार बजे तेज बारिश शुरू होने से सबसे ज्यादा उन लोगों को दिक्कतें हुई जो पांच बजे दुकानें बंद करके घर जा रहे थे। लोग जहां-तहां फंस गये।बारिश के कारण सबसे ज्यादा फजीहत दो पहिया वाहन सवारों को हुई। जलजमाव होने से चार पहिया वाहन सवारों को भी सड़क पर समय बीताना पड़ा। कई स्थानों पर सड़कें क्षतिग्रस्त होने के काराण लोग चोटिल भी हुए। गोदौलिया, लंका, रवीन्द्रपुरी एक्सटेंशन, मैदागिन, अंधरापुल, चौकाघाट पुल के नीचे, नई सड़क, विनायका, बड़ी गैबी, माधोपुर, कोदई चौकी में पानी भरने से लोगों का पैदल चलना मुश्किल हो गया। ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा में सवारियों को आखिरकार पैदल गंतव्य तक जाना पड़ा। जलजमाव से होने से वाहन सवारों को खासी दिक्कत हुई।