Varanasi (Livelokvani)
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने यूपी के विकास कार्यों को लेकर पारदर्शिता पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया। उन्होंने मंच से कहा कि जम्मू कश्मीर में विकास कार्यों को लेकर यूपी से बेहतर पारदर्शिता है। बता दें कि 2017 में जब बीजेपी ने पहली बार यूपी विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल किया था तब मनोज सिन्हा मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगे रहे। लेकिन अंतिम समय में योगी आदित्यनाथ को यूपी की कमान थमा दी गई थी। अब पांच साल बाद अब योगी आदित्यानाथ के नेतृत्व में यूपी में हुए विकास कार्यों के बल पर बीजेपी दोबारा सत्ता में आई है। ऐसे में मनोज सिन्हा का ये बयान चर्चा का केंद्र बन गया है।
हालांकि मनोज सिन्हा ने घाटी को लेकर काफी चिंता भी जताई। कहा कि जम्मू-कश्मीर की मिट्टी को दीमक से ज्यादा असमानता खाए जा रही थी, पर अब वहां अच्छा वातावरण तथा भ्रष्टाचार व भयमुक्त वातावरण है। उन्होंने कहा कि समूचे देश में अगर पारदर्शिता का पैमाना किसी राज्य में होगा तो उसमें जम्मू-कश्मीर अग्रिम पंक्ति में होगा।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मी में ज्यादात परियोजनाएं कम लागत में पूरी हुईँ। बताया कि 2017-2018 में यूपी के बजट में 67000 करोड़ रुपए खर्च करके 9229 प्रोजेक्ट पूरे हुए थे। बताया कि वो तो अगस्त 2018 में जम्मू कश्मीर पहुंचे और पिछले साल वहां 21943 परियोजनाएं पूर्ण हुईं और उसके एवज में खर्च महज 63 हजार करोड़ रुपये हुए। उप राज्यपाल ने कहा कि यूपी से 4 हजार करोड़ कम खर्च करके दोगुने से ज्यादा परियोजनाएं केवल पारदर्शिता के चलते पूरी हो सकीं। बीते वित्त वर्ष में जो परियोजनाएं पूरी हुईं उनमें 20 प्रतिशत कम धनराशि खर्च हुई होगी।
शांति खरीदने की पुरानी प्रथा बंद
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में शांति खरीदने की पुरानी प्रथा अब बंद हो गई है। उसकी जगह सरकार अब शांति स्थापित करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हम उस तंत्र को खत्म कर देंगे, जो आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं। जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल ने काशी के श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक तादाद में अमरनाथ दर्शन के लिए आने की अपील की। कहा कि फिलहाल अमरनाथ दर्शन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण हो रहा है।