Varanasi (Livelokvani)
नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा अपने 1 से 3 अप्रैल के भारत दौरे पर रहेंगे। इस दौरान उनके पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी आने की जानकारी नेपाल के प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों से जारी हुई। माना जा रहा है कि भारत नेपाल के बीच कुछ समय से चल रहे विवाद के बीच भारत नेपाल संबंध एक बार दोबारा पटरी पर आने की ओर हैं। शेर बहादुर देउबा नेपाल के प्रधानमंत्री के साथ ही नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष भी है।नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा का भारत में यह लंबे समय के बाद दौरा हो रहा है। वर्ष 2017 के बाद वह पहली बार भारत आ रहे। जुलाई 2021 में वह हिमालयी देश नेपाल के प्रधानमंत्री बने थे। 13 जुलाई 2021 को ओली के पीएम पद से हटने के बाद शेर बहादुर देउबा ने नेपाल में पीएम की कुर्सी संभाली थी। उसके बाद से ही भारत से नेपाल के संबंधों के नए सिरे से बहाली की उम्मीद जगी थी।
दो अप्रैल को पीएम मोदी से मुलाकात
नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा भारत दौरे के समय वाराणसी पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी अपने आधिकारिक दौरे पर 1 से 3 अप्रैल के बीच आ सकते हैं। इस दौरान उनका दो अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी मुलाकात प्रस्तावित है। भारत दौरे पर वह पहले प्रधानमंत्री होंगे जो कोरोना संक्रमण काल के बाद से वाराणसी आ रहे हैं।
संबंधों को नए सिरे से दी जाएगी पहचान
उनके वाराणसी दौरे को लेकर दोनों देशों के बीच संबंधों को नए सिरे से पहचान दी जाएगी। भारत नेपाल परंपराओं के साथ ही पारस्परिक संबंधों को भी इस दौरे में बढ़ावा मिलेगा। पारस्परिक संबंध संग विकास की संभावनाओं और आपसी आर्थिक साझेदारी संग कारोबारी संभावनाओं पर भी इस दौरान विचार विमर्श होना है। वहीं साझा स्वास्थ्य संग ऊर्जा और संचार जरूरतों के साथ ही व्यक्ति से व्यक्ति के बीच संपर्क को भी उनका दौरा बढ़ावा देगा। माना जा रहा है नेपाल और काशी के बीच पर्यटन की संभावनाएं भी इस दौरान तलाशी जाएंगी। नेपाली पीएम का काशी दौरा दोनों देशों के बीच आपसी संबंधों को ही नहीं बल्कि आपसी समझ को भी और प्रगाढ़ करने में मददगार साबित होगा।