Varanasi (Live Lokvani)
रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में क्षमता से अधिक लोग हो जाने की वजह से आमंत्रित लोगों को रोका गया। स्थानीय आमंत्रित लोगों को रुद्राक्ष समारोह के बजाय स्टेडियम समारोह में भाग लेने के लिए कहा गया है। वाराणसी के बाहर सभी आमंत्रित लोग अंदर जाएंगे। कलेक्टर कौशल राज शर्मा ने की अपील आमंत्रित लोग संपूर्णानंद स्टेडियम मे पहुच स्थान ग्रहण करें।
वहीं मिल रही सूचना के अनुसार रुद्राक्ष में 300 गणमान्य लोगों की सीट फुल होने की वजह से यूजीसी के चेयरमैन और बीएचयू के कुलपति को भी फजीहत झेलनी पड़ी। इन दोनों ही गणमान्य लोगों को सुरक्षाकर्मियों ने गेट से ही बैरंग लौटा दिया। इस बात की सूचना पर आला अधिकारियों ने इसका संज्ञान लिया और आधे घंटे की मशक्कत के बाद दोनों ही गणमान्य व्यक्तियों को रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में इंट्री दे दी गयी।
तीन दिवसीय कार्यक्रम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटित किया जाएगा। इसके बाद शिक्षाविद पिछले 2 वर्षों में उनके संस्थानों में क्या बदलाव और व्यवस्थाएं की गई हैं उन पर अपना पक्ष रखेंगे। इसी के लिए आमंत्रित शिक्षाविद रुद्राक्ष सेंटर पहुंचे थे लेकिन 12 बजे के करीब रुद्राक्ष के दोनों गेट बंद कर दिए गए। शिक्षकों से यह कहा गया की अंदर सीट फुल हो गई है। हालत यह रही कि 12:30 और 1:00 बजे के करीब पहुंचे लखनऊ, विद्यापीठ, संपूर्णानंद, इलाहाबाद और बीएचयू के कुलपति समेत यूजीसी के पूर्व चेयरमैन जोशी को भी अंदर प्रवेश करने से रोक दिया गया। वह काफी देर तक आमंत्रण का कार्ड, अपना परिचय पत्र पुलिस अधिकारी प्रबल प्रताप सिंह को दिखाते रहे लेकिन किसी हालत में उनकी सुनवाई नहीं हुई। उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया बाद में एक नंबर गेट से हटाकर उन्हें कहा गया कि आप दो नंबर पर जाइए।
हालत यह है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर शीला श्रीवास्तव वापस प्रयागराज चली गई और यूजीसी के पूर्व चेयरमैन को धक्के देकर सड़क के दूसरी तरफ कर दिया गया जिससे वह काफी शब्द रहे कई महिला प्रोफेसर धूप और दुर्व्यवहार से रोते हुए वापस गई। वहीं आक्रोशित शिक्षकों ने हंगामा करने की कोशिश की पर मौजूद अधिकारियों ने मामला शांत करवाया।