बिना आसन के राशन-
एक माह में दो बार पाओ,
बिना आसन के राशन।
जनता जनार्दन ने दे दिया है,
यूपी का सिंहासन।।
पाक्षिक कृपा नमो की रहती है,
अगले पन्द्रहियन पर बाबा।
बेरोजगार नौजवान पूछ रहे है,
नौकरी हमारी कहां बा।।
नेपाल और श्रीलंका में,
आर्थिक संकट गूंज रहा है।
हिन्द के समर्थन से,
विपक्ष का पाव सूज रहा है।।
देश मेरा अलबेला है,
नौजवान अकेला है।
विकास के लिए क्या? महंगाई का खेला है,
देश को आगे ले जाना है तो।।
पड़ोसी की नीति अपनाना होगा,
बेरोजगार हाथों को।
काम दिलाना होगा,
लघु उद्योग का जाल।।
घर-घर बिछाना होगा,
देश को सशक्त बनाना होगा।
सही में भ्रष्टाचार मिटाना होगा।।
– व्यंगकार