Varanasi ( Live Lokvani )
काशी विद्यापीठ में युवा महोत्सव के शुरुआत पूरी ऊर्जा के साथ हुई। इस क्रम में गांधी अध्ययन पीठ में चल रहे कार्यक्रम का प्रारंभ काशी नरेश महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा ‘हरी-हरी बसुरियां’ नृत्य से प्रांगण कृष्ण के रंग में रंग गया। इसी क्रम में जगतपुर पी जी कालेज की छात्राओं ने ’अयगिरीनंदिनी’ की अद्भुत प्रस्तुति से देखने वालों के रोंगटे खड़े कर दिए।
इसी क्रम में विद्यापीठ संबंधित एस. एम. एस. के प्रतिभागियों ने ताल से ताल मिला के पूरे सभागार में धूम मचा दी, साथ ही में विद्यापीठ के समाज कार्य व सुधाकर महिला पी. जी. कॉलेज की छात्राओं ने राजस्थानी नृत्य की जोरदार प्रस्तुति की, इसी क्रम में मानविकि संकाय संकाय वाणिज्य संकाय व विधि संकाय के सभी छात्र छात्राओं द्वारा विभिन्न वेशभूषा में सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किया, इसी क्रम में गांधी अध्यन पीठ में एकांकी नाटक की प्रस्तुति दी गई। नाटक में मनचकला विभाग के छात्रों ने मुंशी प्रेमचंद की कहानी विधवा पुनर्विवाह का नाट्य रुपांतर की प्रस्तुति दी। समाज विज्ञान संकाय के छात्रों ने कोविड-काल विषय परिस्थितियों को दिखाने का प्रयास। नाटक के तीसरे चरण में भैरव तलाब के छात्रों ने पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए मनमोहक प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम में निर्णायक के रूप में जानी मानी सावधान इंडिया कार्यक्रम की अभिनेत्री वीणा सहाय ने कहा नाटक समाज को आइना दिखाने का एक सशक्त माध्यम है। प्रतियोगिता की निर्णायिका डॉक्टर श्वेता चौधरी ने प्रतिभागियों से कहा कि हमें अपने कॉस्ट्यूम पर ध्यान देते हुए अपने अपने शारीरिक हाव भाव को ध्यान में रखना चाहिए उन्होंने कहा कि हम हारेंगे नहीं तो जीतेंगे कैसे इसलिए हमें अपने हार से निराश नहीं होना चाहिए।
उमंग कार्यक्रम की शुरुआत रंगोली प्रतियोगिता से की गई जिसमें विश्वविद्यालय एवं संबध बारह महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने बहुरंगी प्रतिभा का परिचय दिया इस प्रतियोगिता में आजादी के अमृत महोत्सव विश्वविद्यालय के 100 वर्ष पूरे होने के विषय बना कर ललित का विभाग के फर्श पर विभिन्न रंगों से छटा बिखेरी। प्रतियोगिता में पारंपरिक रंगोली देश के लिए न्योछावर होने वाले देश भक्त महात्मा गांधी तथा इत्यादि विषयों पर अनेक रंगों के माध्यम से अपनी अभिव्यक्ति प्रदर्शित की।
दूसरी पाली में पोस्टर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में महिला सशक्तिकरण विषय पर महिलाओं की वेदनाओं को सांकेतिक लाइन फॉर्म के माध्यम से छात्र-छात्राओं ने ढालने का प्रयास किया जो सराहनीय रहा। महिलाओं से संबंधित भिन्न-भिन्न प्रकार की वेदना को उजागर करने का प्रयास किया गया। इस प्रतियोगिता में सुधाकर महिला पी.जी. कॉलेज पांडेपुर,महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के मुख्य परिसर के समाज कार्य संकाय, समाज विज्ञान संकाय, मानवीय संकाय, का विधि संकाय,विभूति नारायण सिंह गंगापुर परिसर के बी. पी. जी. कॉलेज, के. एन. पी. जी स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर, एस. एम. एस वाराणसी, महादेव पी जी कॉलेज, जी. डी. बिनानी पी जी महाविद्यालय मिर्जापुर, जगतपुर पी जी कॉलेज आदि के छात्र छात्राओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम के पुरुस्कार वितरण के दौरान ही मार्शल आर्ट्स के छात्राओं द्वारा मार्शल आर्ट का प्रदर्शन भी किया गया एवं ऑन स्पॉट पेंटिंग का आयोजन भी किया गया जिसमें ललित कला वीभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ0 सुनील कुमार विश्वकर्मा एवं इस विभाग के छात्र द्वारा बहुत शानदार प्रस्तुति दी गई। इसी प्रस्तुति के दौरान डॉ. दुर्गेश उपाध्याय का गायन ने उमंग महोत्सव में चार चांद लगा दिए।
साथ ही साथ सारे कार्यक्रम में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रोफ़ेसर आनंद कुमार त्यागी, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ से पधारे प्रोफेसर प्रदीप कुमार त्यागी, जननायक विश्वविद्यालय की कुलपति कल्पलता पांडे, पदम श्री रजनीकांत जी, इंटरनेशनल एथलीट नीलू मिश्रा तथा सिद्धार्थ सिंह उपस्थित रहे विभिन्न हस्तियों के द्वारा अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरुस्कार वितरित किया गया।