Varanasi (Live Lokvani)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को वाराणसी दौरे के क्रम में सबसे पहले अर्दली बाजार के एलटी कालेज परिसर में स्थापित अक्षय पात्र का शुभारंभ किया। इस दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता अक्षय पात्र के अध्यक्ष, मधु पंडित दास और उपाध्यक्ष चंचलपति दास ने की। अक्षय पात्र फाउंडेशन की ओर से स्थापित देश की 62वीं व प्रदेश की इस चौथी केंद्रीयकृत मध्याह्न भोजन रसोई में एक घंटे में 40 हजार रोटियां बनेंगी तो 45 मिनट में 130 किलोग्राम चावल पक जाएगा।
वेस्टब्रिज कैपिटल द्वारा समर्थित यह अत्याधुनिक केंद्रीकृत रसोई 3 एकड़ के क्षेत्र में फैली हुई है। यह देश में अक्षय पात्र की 62वीं और उत्तर प्रदेश राज्य में पांचवीं रसोई है। यह फाउंडेशन को प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण (पीएम पोषण) [पूर्व में मध्याह्न भोजन (एमडीएम) योजना] के माध्यम से 100,000 से अधिक बच्चों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने में सक्षम बनाएगा।
पीएम ने किया भ्रमण
उद्घाटन कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी ने रसोई का भ्रमण किया। बच्चों को प्रतीकात्मक भोजन परोसा गया। उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने फीडिंग प्रोग्राम के माध्यम से देश में भूख और कुपोषण को दूर करने के अक्षय पात्र के प्रयासों की खुलकर सराहना की और संगठन के प्रयासों को अपना समर्थन देने का वचन दिया।
अक्षय पात्र फाउंडेशन के अध्यक्ष ने पीएम का जताया आभार
अक्षय पात्र फाउंडेशन के अध्यक्ष मधु पंडित दास ने अपना आभार व्यक्त करते हुए कहा, “मैं प्रधानमंत्र नरेंद्र मोदी के प्रति अपना हार्दिक आभार प्रकट करता हूँ कि वो अपने व्यस्त कार्यक्रम में से समय निकालकर वाराणसी में हमारी नई रसोई का उद्घाटन करने के लिए आए। मैं इस शुभ अवसर की शोभा बढ़ाने के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देना चाहता हूं। आज हम उत्तर प्रदेश सरकार के साथ अपने सहयोग का एक और अध्याय लिख रहे हैं। हम वाराणसी के बच्चों की सेवा करने के लिए अवसर प्रदान किए जाने हेतु सरकार के बहुत आभारी हैं और इस मौके पर विभिन्न विकास कार्यक्रमों एवं प्रशासन की पहल के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराना चाहते हैं। मैं इस रसोई को स्पॉन्सर करने और कक्षा के बच्चों को भोजन उपलब्ध कराने के हमारे प्रयासों का समर्थन करने के लिए वेस्टब्रिज कैपिटल के सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक, संदीप सिंघल और उनकी टीम को भी धन्यवाद देना चाहता हूं।
2004 से स्कूल लंच कार्यक्रम के भागीदार रहा
अक्षय पात्र 2004 से स्कूल लंच कार्यक्रम के लिए उत्तर प्रदेश सरकार का कार्यान्वयन भागीदार रहा है। नई रसोई के शुभारंभ के साथ, फाउंडेशन वाराणसी में कार्यक्रम को लागू करेगा। नई इकाई विश्व स्तरीय विनिर्माण पद्धतियों और स्वच्छता, खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता के उच्चतम मानकों का पालन करेगी ताकि पौष्टिक मध्याह्न भोजन पका कर इस क्षेत्र के बच्चों तक पहुंचाया जा सके। इसकी मुख्य विशेषताओं में 40,000 रोटियां/घंटा क्षमता वाली रोटी मशीन, हाइड्रोलिक सिस्टम के साथ 700 लीटर क्षमता वाली चावल की कड़ाही, स्वचालित मोटर्स के साथ 1,200 लीटर क्षमता वाली दाल की कड़ाही और जल शोधन के लिए एक आरओ प्लांट शामिल हैं। अपनी नीति में स्थिरता को एकीकृत करने के अपने प्रयासों के अलावा, अक्षय पात्र पानी को उबालने के लिए हीट पंप और सौर वॉटर हीटर के साथ बिजली उत्पादन के लिए सौर पैनलों का उपयोग करेगा जिसका उपयोग उत्पादन में किया जाना है। एमडीएम दिशानिर्देशों का पालन करते हुए और स्थानीय पैलेट के अनुसार भोजन परोसने के व्यवहार के अनुसार, वाराणसी के लिए अक्षय पात्र के मेनू में मिश्रित शाकाहारी सोया मसाला, छोले मसाला, राजमा मसाला, रोटी, जीरा चावल, सादा चावल, शाकाहारी पुलाव, मसाला भाजी पुलाव, खीर और एक फल शामिल होंगे।