Varanasi (Live Lokvani)
गर्मी अपना भीषण रूप दिखा रही। शहर में उमस का प्रकोप बढ़ गया है। पारा दिन-ब-दिन चढ़ता ही जा रहा। बदन झुलसाने वाली धूप और उमस से हर कोई बेहाल है। बुधवार को शहर को तापमान 41 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रहा। वहीं, कई दिनों से जारी बिजली की आवाजाही मंगलवार को भी यथावत रही। इस बिजली कटौती ने जले पर नमक छिड़कने जैसे काम किया। जून का यह महीना गर्मी के मामले में अप्रैल और मई से भी ज्यादा भारी पड़ रहा। दरअसल, बीते महीनों में इतनी उमस नहीं थी, मगर अब पंखा और एसी के सामने बैठे रहने पर भी माथे का पसीना नहीं सूखता।
दोपहर की तपती धूप का सितम 20-25 जून तक रह सकता है। उसके बाद मानसून आ सकता है। मगर इस बीच पूरा जिला भट्टी की तरह से तप जाएगा। मौसम वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि 10 जून से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव हो रहा। यानी कि पश्चिमी दिशा से वातावरण में तेज हवा चलेगी। यह आंधी के समान होगी, जिसमें धूल-मिट्टी भी होगी। बारिश की कोई क्लियर स्थिति नहीं दिख रही।
मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक अभी गर्मी इसी तरह परेशान करेगी। उमस की वजह से लोगों को ज्यादा गर्मी का आभास हो रहा। मौसम की बात करें, तो वाराणसी में 15 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चल रही। धूप बेहद तल्ख रह रही। सूरज की किरणें सुबह 7 बजे से ही जैसे आग उगल रही। वहीं, हवा में नमी बढ़कर 78% पर आ गई। इससे वातावरण में उमस काफी ऊंचे स्तर पर पहुंच गई।
वहीं, सुबह 5 बजे का तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तक गया था। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक वाराणसी का मौसम बिल्कुल साफ रहेगा। तीखी धूप ही होगी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मौसम की स्थितियां अभी ठीक नहीं है। गर्मी बेहद खतरनाक होती चली जा रही है। वहीं प्री-मानसून जैसी कोई बात अभी तक नहीं दिखी। जो भी कंडीशन बनी है वह मानसून को डिस्टर्ब कर सकता है।